‘आवाज बाहर न आए इसलिए बंद किया गया इंटरनेट’, संभल हिंसा पर सपा अध्यक्ष ने सरकार को फिर घेरा

संभल हिंसा और पत्थरबाजी को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फिर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि कितने लोग मारे गए लेकिन न्याय नहीं मिल रहा. सांसद, विधायक पर झूठे मुकदमे लग रहे हैं. जब एक बार सर्वे हो गया था , तो दोबारा सर्वे करने क्यों गए? अगर सर्वे करना ही था तो आराम से बातचीत करके सर्वे करवा लेते.

अखिलेश यादव ने कहा कि सर्वे के दौरान जो लोग नारे लगवा रहे थे, वे कौन थे…आखिर उनको गिरफ्तार क्यों नहीं किया? अब संभल किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है. हम भी जाना चाहते हैं. लोगों की आवाज बाहर न आए इसलिए वहां इंटरनेट बंद कर दिया है.

विपक्ष के नेताओं ने संभल मामले में राहुल गांधी से की मुलाकात

संभल हिंसा को लेकर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से मिलने के लिए जनपथ पर उत्तर प्रदेश के 10 सांसद पहुंचे. जो सांसद मिलने पहुंचे थे, उनमें इमरान मसूद, इमरान प्रतापगढ़ी और तनुज पुनिया शामिल थे.

केशव प्रसाद मौर्य बोले, मुकदमा दर्ज हुआ तो कार्रवाई जरूर होगी

सपा सांसद और स्थानीय विधायक के बेटे सहित 2700 से ज्यादा लोगों पर संभल हिंसा को लेकर एफआईआर दर्ज की गई. जिसको लेकर सियासत भी गरमा गई है. अखिलेश यादव ने एफआईआर पर सवाल उठाते हुए कहा कि मेरे नेता घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे, बावजूद उनके ऊपर FIR दर्ज हुई है.

वहीं, इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य का भी बयान आया है. उन्होंने कहा कि अगर मुकदमा लिखा गया है तो कार्रवाई होगी चाहे सांसद हो या विधायक. साथ ही केशव मौर्य ने कहा कि अखिलेश को उपचुनाव में हार की वजह से मिर्ची लगी है.