इन दिनों अभिनेता अरबाज खान (Arbaaz Khan) कैमरे के पीछे रहकर फिल्म निर्माण पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। फिल्म ‘बंदा सिंह चौधरी’ के बाद उनके प्रोडक्शन के अंतर्गत चार फिल्में कतार में हैं। दीपेश पांडेय ने अरबाज खान से फिल्म निर्माण की रणनीतियों व अन्य मुद्दों पर बात की है।
बतौर निर्माता किस तरह के प्रोजेक्ट से अपना नाम जोड़ना सही मानते हैं?
पहली बार तो कहानी किसी न किसी कारण से आपके दिल को छूनी चाहिए। उसे सुनकर आपका दिल करे कि इस फिल्म के लिए जो भी मेहनत, समय, पैसा लगे, उसके लिए मैं तैयार हूं। वैसे तो सभी निर्माता फिल्मों में पैसे लगाते हैं, लेकिन मैं उन फिल्मों पर लगाता हूं, जिनके बारे में मुझे लगता है कि पैसे वापस आएं या न आएं, लेकिन कहानी लोगों के बीच जरूर आनी चाहिए। जब बतौर निर्माता जुड़ते हैं तो मन नहीं कहता है कि इसमें थोड़ा अभिनय भी कर लिया जाए।