नई दिल्ली। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को कहा कि सेटेलाइट स्पेक्ट्रम का आवंटन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर नहीं किया जाएगा। 2जी सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम का आवंटन इसी तरीके से हुआ था, जिस पर काफी विवाद हुआ था।
इंडिया इकोनमिक कॉन्क्लेव में बोलते हुए सिंधिया ने कहा कि सेटेलाइट स्पेक्ट्रम की नीलामी करना संभव नहीं है। इसका कारण यह है कि इससे विज्ञान जुड़ा हुआ है और किसी भी देश ने इसके लिए रेडियो तरंगों की नीलामी नहीं की है।
कोई देश नहीं करता नीलामी
उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसा कोई देश नहीं है, जो सेटेलाइट स्पेक्ट्रम की नीलामी करता हो, क्योंकि इसकी नीलामी करना भौतिक रूप से असंभव है। अगर आप आर्थिक तर्क लाते हैं तो फिर आप इसे प्रशासनिक रूप से कैसे आवंटित करेंगे? मूल्य निर्धारण ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर नहीं होने जा रहा है। ऐसा कुछ नहीं होने वाला है।